छिन्दवाड़ा:- प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्यअधिकारी डॉ.धीरज दावंडे के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा छोटे बच्चों में सर्दी, खांसी, सिर दर्द, उल्टी, बुखार से संबंधित बच्चों में पाए जाने वाले लक्षणों के लिये एक सर्वे टीम गठित की गई है, जो सभी विकासखंडों में घर-घर जाकर सर्वे का कार्य करेगी, जिसमें आशा कार्यकर्ता, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सुपरवाइजर की संयुक्त टीम घर-घर जाकर छोटे बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार, उल्टी दस्त, सर दर्द, से पीड़ित बच्चों की लाइन लिस्टिंग बनाएंगे एवं डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन जांच संबंधी पेपर कौन से दवाई दी जा रही है का रिकार्ड भी संधारित करेंगे।
उन्होंने बताया कि अति आवश्यक रूप से यह भी देखना सुनिश्चित करेंगे कि कौन सा कफ सिरप का उपयोग कर रहे हैं, यदि कफ सिरप का उपयोग कर रहे हैं तो रिपोर्ट जिला स्तर पर की जाएगी । साथ ही बच्चों को कफ सिरप का उपयोग न करने की सलाह एवं परामर्श भी टीम के द्वारा दिया जाएगा, यह भी समझाइश अभिभावकों को दी जाएगी कि खांसी अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाती है इसलिये किसी तरह के कफ सिरप का उपयोग, सेवन बच्चों को नहीं कराएं । यदि किसी के घर में कफ सिरप मिलते हैं, तो उसे टीम के द्वारा अपने पास जमा कराया जाएगा तथा उसका रिकॉर्ड्स भी जिला स्तर पर भेजा जाएगा ।
सीएमएचओ छिंदवाड़ा ने सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देशित किया है कि ‘कोल्ड्रिफ सिरप’ इस सिरप को स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, सुपरवाइजर घर-घर जाकर सर्वे के दौरान अगर यह सिरप मिलती है, तो इसको जप्त कर जिला स्तर पर इसकी विधिवत सूचना प्रदान करेंगे । परासिया विकासखंड के अंतर्गत 5 अक्टूबर 2025 तक 1102 बच्चों के सैंपल कलेक्शन किए गए हैं, कुल 5657 टेस्ट किए गए, कुल 4868 टेस्ट के रिजल्ट आ चुके हैं और 789 पेंडिंग टेस्ट है। साथ ही परासिया में 10 कांबेट टीम बनाई गई है, जो निरंतर रूप से सर्विलांस का कार्य कर रही है। 260 आशा, एएनएम, सुपरवाइजर की टीम ब्लॉक में सर्वे के कार्य में लगी हुई है और लोगों को परामर्श एवं समझाइश दे रही है ।
सीएमएचओ छिंदवाड़ा ने आम जनता से अपील की है कि आपके बच्चों में उपरोक्त किसी भी तरह के लक्षण मिलते हैं, तो तत्काल आप स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारियों को इसकी सूचना दें, ताकि समय पर समुचित इलाज किया जा सके ।





